डिग्री सिर्फ दस्तावेज नहीं, आत्मनिर्भरता की नींव है’ — श्रीमती पिंकी गुप्ता

Agarwal Girls College

आज की तेज़ी से बदलती दुनिया में शिक्षा का स्वरूप भी बदल रहा है। कई छात्राएं 12वीं के बाद जल्दी से आत्मनिर्भर बनने की इच्छा में छोटे-छोटे स्किल कोर्सेज़ या अस्थायी नौकरियों की ओर रुख कर रही हैं। हालांकि कौशल विकास महत्वपूर्ण है, लेकिन यह समझना अत्यंत आवश्यक है कि एक सुनियोजित और स्थायी करियर के लिए ग्रेजुएशन की डिग्री एक मजबूत आधार प्रदान करती है। बिना डिग्री के अवसर सीमित हो जाते हैं – चाहे वह सरकारी नौकरी हो, कॉरपोरेट क्षेत्र में आगे बढ़ना हो या उच्च शिक्षा की ओर कदम बढ़ाना हो।

अग्रवाल गर्ल्स कॉलेज, श्रीगंगानगर एक ऐसा संस्थान है जो छात्राओं को सिर्फ डिग्री ही नहीं देता, बल्कि उन्हें जीवन की चुनौतियों से जूझने लायक बनाता है। यहाँ पर शिक्षा को सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं रखा जाता, बल्कि सोच, आत्मविश्वास, और नेतृत्व क्षमताओं का विकास किया जाता है। कॉलेज में BA, BSc और BCom जैसे ग्रेजुएशन पाठ्यक्रमों के साथ-साथ छात्राओं को व्यक्तित्व विकास, करियर मार्गदर्शन, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी और स्किल-बेस्ड एक्टिविटीज़ से भी जोड़ा जाता है, जिससे वे सिर्फ शिक्षित ही नहीं, बल्कि सक्षम और आत्मनिर्भर बन सकें।

इसी सन्दर्भ में हमारी आज की विशेष बातचीत अग्रवाल गर्ल्स कॉलेज, श्रीगंगानगर की कला संकाय की प्रध्यापिका श्रीमती पिंकी गुप्ता जी से हुई, जो न केवल छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित कर रही हैं, बल्कि उन्हें मूल्यपरक जीवन जीने की दिशा भी दे रही हैं।

आज की बातचीत में पिंकी गुप्ता ने ‘तकनीक के इस युग में 12वीं के बाद ग्रेजुएशन की उपयोगिता’ पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे उच्च शिक्षा न केवल करियर के अवसरों को बढ़ाती है, बल्कि व्यक्तित्व निर्माण, आत्मनिर्भरता और सामाजिक दायित्वों को समझने में भी सहायक होती है।

AGC Times Desk: मैम, आज के तकनीकी युग में जब स्किल्स को अधिक महत्व दिया जा रहा है, तो 12वीं के बाद ग्रेजुएशन की उपयोगिता कितनी रह गई है?

Pinki Gupta: यह सच है कि तकनीक और डिजिटल स्किल्स का महत्व बढ़ा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि ग्रेजुएशन अप्रासंगिक हो गया है। बल्कि आज के दौर में डिग्री और स्किल्स का समन्वय होना और भी आवश्यक हो गया है। ग्रेजुएशन न सिर्फ शैक्षणिक योग्यता है, बल्कि यह सोचने, समझने, विश्लेषण करने और आत्म-विश्वास के साथ जीवन में निर्णय लेने की क्षमता भी विकसित करता है। यह हमें जीवन में एक ठोस आधार देता है।

AGC Times Desk: कुछ लोग यह मानते हैं कि डिग्री से बेहतर है कोई स्किल सीखकर तुरंत काम शुरू कर देना, आप इस सोच पर क्या कहना चाहेंगी?

Pinki Gupta: मैं मानती हूँ कि स्किल्स सीखना बहुत जरूरी है, लेकिन डिग्री एक संरचित (structured) शिक्षा प्रक्रिया है जो छात्राओं को एक व्यापक दृष्टिकोण देती है। स्किल्स आपको कमाई का माध्यम दे सकती हैं, पर डिग्री आपको विकास का दृष्टिकोण देती है। बहुत-सी सरकारी, बैंकिंग, टीचिंग और कॉर्पोरेट नौकरियों के लिए डिग्री अनिवार्य है। और सबसे बड़ी बात, डिग्री समाज में आपकी सामाजिक पहचान और सम्मान को बढ़ाती है।

AGC Times Desk: मैम, कुछ छात्राएं ग्रेजुएशन को समय की बर्बादी मानती हैं। क्या आप उन्हें कोई संदेश देना चाहेंगी?

Pinki Gupta: बिलकुल। मैं सभी छात्राओं से कहना चाहती हूँ कि ग्रेजुएशन कोई समय की बर्बादी नहीं, बल्कि अपने भविष्य में किया गया एक निवेश है। कॉलेज जीवन में जो अनुभव, exposure और व्यक्तित्व विकास होता है, वह आपको जीवनभर साथ देता है। यह वह समय होता है जब आप आत्म-निरीक्षण करती हैं, नए लोगों से मिलती हैं, और अपनी क्षमताओं को पहचानती हैं। यह प्रक्रिया आपको सिर्फ नौकरी के लिए नहीं, जीवन को समझने और जीने के लिए तैयार करती है।

AGC Times Desk: क्या आप छात्राओं को ग्रेजुएशन के साथ कुछ अतिरिक्त गतिविधियाँ करने की सलाह देती हैं?

Pinki Gupta: बिलकुल, आज के युग में multi-skilled होना बहुत जरूरी है। छात्राएं ग्रेजुएशन करते हुए कंप्यूटर कोर्स, डिजिटल मार्केटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, अंग्रेज़ी भाषा प्रशिक्षण या इंटर्नशिप जैसे कोर्स भी कर सकती हैं। इससे उन्हें न केवल practical knowledge मिलेगा, बल्कि उनकी employability भी बढ़ेगी। अग्रवाल गर्ल्स कॉलेज में हम छात्राओं को इन अतिरिक्त गतिविधियों के लिए भी प्रेरित करते हैं और अवसर उपलब्ध कराते हैं।

AGC Times Desk: आपके अनुभव में, कॉलेज शिक्षा ने छात्राओं के जीवन में क्या बड़े बदलाव लाए हैं?

Pinki Gupta: मेरे अनुभव में कॉलेज की शिक्षा ने अनेक छात्राओं को सपने देखने और उन्हें साकार करने की हिम्मत दी है। कई छात्राएं जो पहले खुद को सीमित मानती थीं, आज आत्मविश्वास से जॉब कर रही हैं, प्रतियोगी परीक्षाएँ दे रही हैं, या खुद का काम शुरू कर चुकी हैं। उन्होंने सीखा कि शिक्षा सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि जीवन को समझने का माध्यम है। कई बार छात्राएं कॉलेज में आकर पहली बार खुद के लिए सोचती हैं — और यही सबसे बड़ी शुरुआत होती है।

AGC Times Desk: अंत में, आप अग्रवाल गर्ल्स कॉलेज की छात्राओं को क्या संदेश देना चाहेंगी?

Pinki Gupta: मैं अपनी सभी बेटियों से कहना चाहती हूँ — खुद पर विश्वास रखो, शिक्षा को अपना हथियार बनाओ। ग्रेजुएशन पूरी करो, और चाहे तुम जॉब चुनो या खुद का कोई रास्ता बनाओ, उसे पूरी निष्ठा और आत्म-विश्वास से अपनाओ। याद रखो, शिक्षा सिर्फ डिग्री नहीं देती, यह तुम्हें पहचान, सम्मान और स्वतंत्रता भी देती है। और अग्रवाल गर्ल्स कॉलेज हमेशा तुम्हारे इस सफर में साथ है।

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