AGC Times Sri Ganganagar
अग्रवाल गर्ल्स कॉलेज, श्रीगंगानगर में प्रथम दीक्षांत समारोह 3 जून 2025 को अत्यंत गरिमामय एवं उत्साहपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ। यह आयोजन सत्र 2021-22 और 2022-23 की छात्राओं के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बन गया, जहाँ उन्हें औपचारिक रूप से डिग्रियां प्रदान की गईं और जीवन के नए अध्याय की ओर बढ़ने का संकल्प दिलवाया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत परंपरागत रूप से दीप प्रज्वलन से हुई, जिसमें अतिथियों ने सामूहिक रूप से ज्ञान और संस्कृति के प्रतीक दीप को प्रज्वलित कर शिक्षा की ज्योति का संदेश दिया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. राजाराम चोयल, परीक्षा नियंत्रक , एवं पर्यावरण विज्ञान के प्रोफेसर – महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर उपस्थित रहे। इस अवसर पर संस्थान के मानद संयुक्त निदेशक डॉ. ओ. पी. गुप्ता, संयुक्त निदेशक डॉ. एस. के. मंगल, तथा ट्रस्ट सचिव श्री पियूष गिदरा, प्राचार्य डॉ. अरुण वत्स ने बुके भेंट कर डॉ. चोयल का सम्मानपूर्वक स्वागत किया। यह स्वागत केवल एक अतिथि के रूप में नहीं था, बल्कि एक विचारशील मार्गदर्शक के रूप में उनकी उपस्थिति का अभिनंदन था, जिनके विचार छात्राओं को दिशा और प्रेरणा देते हैं।

डॉ. राजाराम चोयल ने प्रेरणादायक संबोधन में छात्राओं से कहा, “डिग्री एक प्रमाण पत्र नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र के प्रति आपकी जिम्मेदारी की स्वीकृति है। इस शिक्षा का उपयोग केवल रोजगार के लिए नहीं, बल्कि पर्यावरण, समाज और मानवता के हित में करना ही वास्तविक सफलता है।” उन्होंने छात्राओं को सतत् विकास, सामाजिक संवेदनशीलता और महिला नेतृत्व के महत्त्व को रेखांकित किया।

कॉलेज के मानद निदेशक डॉ. ओ. पी. गुप्ता ने छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान प्राप्त करना नहीं, बल्कि व्यक्तित्व निर्माण और समाज की दिशा में योगदान देना है। उन्होंने कहा, “अग्रवाल गर्ल्स कॉलेज ने हमेशा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और संस्कारों का समन्वय किया है, जिसका प्रमाण आज इस समारोह में स्पष्ट रूप से दिख रहा है।”

कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरुण वत्स ने अपने संबोधन में कहा कि दीक्षांत समारोह एक अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है – जहां छात्राएं समाज में अपने ज्ञान, योग्यता और सेवा भावना के साथ नई ऊंचाइयों को छूने निकलती हैं। उन्होंने अभिभावकों, शिक्षकों और समस्त स्टाफ का आभार जताया जिनके सहयोग से यह गौरवपूर्ण क्षण संभव हो सका।

इसके पश्चात छात्राओं को मंच पर आमंत्रित कर डिग्रियाँ प्रदान की गईं। सबसे प्रेरक क्षण तब आया जब डॉ. राजाराम चोयल ने छात्राओं को शपथ दिलाई, जिसमें उन्होंने अपने ज्ञान का उपयोग राष्ट्र निर्माण, पर्यावरण संरक्षण, नारी सशक्तिकरण और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना के साथ करने का संकल्प लिया। इस शपथ का प्रत्येक शब्द छात्राओं के आत्मबल और संकल्प को एक नई दिशा देता प्रतीत हुआ।

कार्यक्रम का सजीव और अनुशासित संचालन डॉ. दीपमाला गर्ग एवं श्रीमती मोनिका जैन ने किया। उनकी संवाद शैली, समय प्रबंधन और भावनात्मक प्रस्तुतियों ने पूरे आयोजन को अविस्मरणीय बना दिया।
समारोह के समापन पर उपस्थित सभी लोगों ने कॉलेज प्रबंधन की ओर से की गई व्यवस्था और छात्राओं की सफलता की प्रशंसा की। छात्राओं की आंखों में सपनों की चमक और भविष्य की उम्मीदें स्पष्ट दिखाई दे रही थीं। यह दीक्षांत समारोह न केवल शैक्षणिक उपलब्धि का प्रतीक था, बल्कि आत्म-गौरव, जिम्मेदारी और सामाजिक योगदान की भावना का भी उत्सव बन गया।

कार्यक्रम का समापन समस्त उपस्थिति छात्राओं, आचार्यों, अभिभावकों और गणमान्य अतिथियों द्वारा राष्ट्रीय गान के साथ किया गया | उपरांत सभी ने जलपान का आनंद लिया |